दवा निर्माण में गुणवत्ता हो सर्वोपरि, होम्योपैथिक दवा के निर्माण में गुणवत्ता नियंत्रण जरुरी


लखनऊ। दवा निर्माण में गुणवत्ता को हमेशा सर्वोपरी रखा जाना चाहिए। यह संदेश होम्योपैथिक कंपनी एसबीएल की ओर से आयोजित संगोष्ठी में कम्पनी के शीर्ष पदाधिकारी और वरिष्ठ चिकित्सकों ने दिया। इस सम्मेलन का आयोजन कृष्णा नगर स्थित पिकेडली होटल में किया गया।

एसबीएल के शीर्ष पदाधिकारी और चिकित्सकों का पिकेडली में हुआ सम्मेलन

मुख्य अतिथि होम्योपैथिक के निदेशक डॉ.मनोज यादव, सम्मानीय अतिथि नेशनल होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज के एक्स रीडर डॉ.देवेंद्र सिंह के साथ दो प्रमुख वक्ताओं डॉ.एल.एम. खान और डॉ.प्रभाकर देवाडिगा ने लोगों का जागरुक किया। 
एसबीएल कम्पनी के वाइस प्रेसिडेंट प्रतीक श्रेष्ठा ने यह बताया गया कि कंपनी पिछले 38 वर्षों से अपनी दवाइयों की गुणवत्ता को निरंतर बरकरार रखे हुए हैं और अपने सभी प्रोडक्टों की गुणवत्ता की जांच समय-समय पर करती रहती है। एसबीएल के जोनल सेल्स मैनेजर मनोज कुमार ने होम्योपैथिक दवा के निर्माण में गुणवत्ता नियंत्रण का महत्व के प्रति जानकारी दी।
उमेश चंद्र शुक्ला ने बताया कि सम्मेलन की शुरुआत में फाउंडर ऑफ़ होम्योपैथी रहे डॉक्टर सैमुअल हैनीमैन पर माल्यार्पण के उपरांत गणेश वंदना और सरस्वती वंदना पेश की गई।

Comments